सरकारी बीज गोदाम से मिले घटिया बीज ने छीनी किसान की मेहनत, बस्ती के किसान की फसल हुई बर्बाद
बस्ती: एक तरफ जहां सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए तमाम योजनाएं चला रही है और अथक प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही इन प्रयासों पर पानी फेर रही है। ऐसा ही एक ताजा मामला बस्ती जनपद के सल्टौआ ब्लॉक के ग्राम पंचायत परसा दमय से सामने आया है, जहां एक किसान को सरकारी बीज गोदाम से मिले घटिया बीज के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
जानकारी के अनुसार, किसान भागीरथी उपाध्याय ने राजकीय बीज गोदाम से 30KG धान की सांबर प्रजाति का बीज खरीदा था। उन्होंने पूरी लगन और लागत के साथ अपने 10 बीघे खेत में उसकी रोपाई की, लेकिन 70 दिन बाद ही फसल में एक अजीब स्थिति देखने को मिली। धान की 15 से 20 प्रतिशत बालियां समय से पहले ही निकल आईं और उनमें से कुछ तो पकने भी लगीं। इस स्थिति ने किसान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया और उसकी पूरी लागत बर्बाद हो गई।
भागीरथी उपाध्याय ने राजकीय बीज गोदाम की इस घोर लापरवाही के खिलाफ जिले के सक्षम अधिकारियों से शिकायत भी दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी शिकायत में इस पूरी घटना का जिक्र करते हुए न्याय की गुहार लगाई है। हालांकि, खबर लिखे जाने तक किसान की समस्या का कोई उचित हल नहीं निकल सका है, जिससे किसान भागीरथी उपाध्याय और उनके परिवार में मायूसी छाई हुई है।
यह घटना न सिर्फ सरकारी व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे कुछ अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को विफल कर सकती है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और पीड़ित किसान को कब तक न्याय मिल पाता है।